मिल्कीपुर अयोध्या। छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या के विरोध में नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट उत्तर प्रदेश के तहसील महामंत्री वरिष्ठ पत्रकार विनय गुप्ता ने तहसीलदार मिल्कीपुर प्रदीप कुमार सिंह के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में मृतक पत्रकार के परिवार को 5 करोड़ रुपये मुआवजा और परिवार के सदस्यों को समुचित सुरक्षा देने की मांग की गई। साथ ही, पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की गई।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर के परिवार को 5 करोड़ मुआवजा व सुरक्षा की मांग
वरिष्ठ पत्रकार विनय गुप्ता ने कहा, “पत्रकार लोकतंत्र के प्रहरी हैं। मुकेश चंद्राकर की हत्या न केवल पत्रकारिता जगत पर, बल्कि पूरे लोकतंत्र पर हमला है। केंद्र सरकार को चाहिए कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए विशेष कानून बनाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और पत्रकार बिना भय अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें।
वरिष्ठ पत्रकार राणा प्रताप सिंह ने कहा, “मुकेश चंद्राकर की हत्या अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। जब सत्य की आवाज को दबाने के लिए इस तरह के कृत्य किए जाते हैं, तो यह पूरे समाज के लिए खतरे की घंटी है। केंद्र सरकार को चाहिए कि मृतक के परिवार को न्याय और सहायता दोनों सुनिश्चित करे।
पत्रकार सूरज कौशल ने कहा, “पत्रकार समाज के हित में कार्य करते हैं। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। मुकेश चंद्राकर के परिवार को मुआवजा और सरकारी नौकरी मिलना उनके योगदान का सम्मान होगा।
पत्रकार दिनेश जायसवाल ने कहा, “पत्रकार समाज की आवाज होते हैं। उनकी हत्या लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गहरा आघात है। सरकार को चाहिए कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए।
पत्रकार विजय पाठक ने कहा, “पत्रकार समाज का दर्पण है। यदि पत्रकार ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो लोकतंत्र कमजोर पड़ जाएगा। केंद्र सरकार को पत्रकारों के खिलाफ बढ़ते हमलों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
इस दौरान पत्रकार विजय पाठक, पत्रकार आनंद तिवारी, पत्रकार लवलेश पाण्डेय, पत्रकार सूरज कौशल, पत्रकार दिनेश जायसवाल, पत्रकार दिवाकर चंद्र, सोहेल सिद्दीकी सहित समस्त पत्रकारगण उपस्थित रहे।