उत्तर प्रदेश जोकि भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य है, भारतीय मछली उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यहाँ पर अनेक मछली बाजार हैं जो न केवल प्रादेशिक बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वर्तमान में यह देखा जा रहा हैं, कि प्रदेश में मछली बाजारों की संख्या तथा स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा हैं। यहाँ पर अनेक बड़े मछली बाजार जैसे कि लखनऊ, वाराणसी, अलीगढ़, मेरठ, गोरखपुर, और मुरादाबाद आदि हैं। इन बाजारों में विभिन्न प्रकार की मछलियां देखने को मिल जाती है, जोकि आस-पास के इलाको तथा दूसरे राज्य से भी आती है और लोगो को आकर्षित करती हैं ।
हालांकि, उत्तर प्रदेश में मछली बाजारों को लेकर कुछ चुनौतियाँ भी हैं। जैसे- बाज़ारो से दूर इलाको में मछली का उचित दाम न मिलना, सही समय पे मछली न बिकना और मछली को बाज़ारो तक पहुंचाने में परेशानी का सामना करना आदि। अतः सुरक्षित और स्वास्थ्यप्रद मांग के अनुसार मछली बाजारों को और अधिक व्यावसायिक बनाने के लिए तकनीकी और प्रबंधन उपाय अपनाए जाने चाहिए। प्रदेश में मछली बाजारों का भविष्य उज्ज्वल है। इसीलिए सरकारी नीतियों और योजनाओं के तहत इन बाजारों को और विकसित किया जा जाय, जिससे लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकें और मछली उद्योग और अधिक तेजी से विकास कर सके।
आशीष साहू मत्स्य पालन संकाय, केरल मत्स्य पालन और महासागर अध्ययन विश्वविद्यालय पनांगड, कोचीन, केरल-682506, भारत
देवर्षि रंजन मत्स्य पालन महाविद्यालय, डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, ढोली, मुजफ्फरपुर . 843121, बिहार, भारत
प्रियंका वर्मा मत्स्य पालन महाविद्यालय, डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, ढोली, मुजफ्फरपुर . 843121, बिहार, भारत