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प्रेमी संग मिलकर पत्नी ने की थी पति की हत्या… प्लास्टिक ड्रम में मिले पति के 15 टुकड़े

मेरठ में पत्नी और प्रेमी द्वारा पति की हत्या का मामला सौरभ राजपूत हत्याकांड से जुड़ा है, जो ब्रह्मपुरी क्षेत्र में 4 मार्च 2025 को हुआ। यहाँ इस हत्या को अंजाम देने के तरीके की विस्तृत जानकारी दी जा रही है, जो पुलिस की प्रारंभिक जांच और 20 मार्च 2025 की सुबह 8 बजे तक उपलब्ध रिपोर्ट्स पर आधारित है:

हत्या कैसे की गई

  1. योजना और तैयारी:
    • मुस्कान रस्तोगी (पत्नी) और साहिल शुक्ला (प्रेमी) के बीच अवैध संबंध थे। सौरभ राजपूत, जो मर्चेंट नेवी में नौकरी करता था, ज्यादातर समय विदेश में रहता था। इस दौरान दोनों ने सौरभ को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
    • हत्या से पहले मुस्कान और साहिल ने योजना बनाई कि सौरभ को पहले बेहोश किया जाएगा, ताकि वह विरोध न कर सके।
  2. नशीली दवा का इस्तेमाल:
    • 4 मार्च 2025 की रात को सौरभ घर पर था। मुस्कान ने उसके खाने या पीने की किसी चीज (संभवतः पानी या भोजन) में नशीली गोली या दवा मिलाई।
    • इस नशीली दवा के प्रभाव से सौरभ बेहोश हो गया, जिससे वह पूरी तरह असहाय हो गया और खुद का बचाव नहीं कर सका।
  3. चाकू से हमला:
    • सौरभ के बेहोश होने के बाद मुस्कान ने साहिल को घर बुलाया। दोनों ने मिलकर सौरभ पर चाकू से हमला किया।
    • पुलिस रिपोर्ट्स के अनुसार, सौरभ के सीने में कई बार चाकू मारा गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह सुनिश्चित करने के लिए कि वह मरे, हमले को क्रूरता से अंजाम दिया गया।
  4. शव को काटना:
    • हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए दोनों ने उसे बाथरूम में ले जाकर टुकड़ों में काटा। कुछ रिपोर्ट्स में शव के 4 टुकड़े, तो कुछ में 15 टुकड़े होने की बात कही गई है। इसके लिए संभवतः चाकू या कोई धारदार हथियार का इस्तेमाल किया गया।
    • यह कदम शव को आसानी से छिपाने और पहचान मिटाने के इरादे से उठाया गया।
  5. शव को ड्रम में छिपाना:
    • शव के टुकड़ों को एक प्लास्टिक के ड्रम में डाला गया। इसके बाद ड्रम में सीमेंट का घोल (संभवतः सीमेंट और पानी मिलाकर) तैयार कर उसमें टुकड़े डूबो दिए गए।
    • ड्रम को सील कर दिया गया, ताकि बदबू न फैले और शव का पता न चले। यह ड्रम घर में ही रखा गया था।

हत्या का मकसद

  • पुलिस के अनुसार, मुस्कान और साहिल के बीच प्रेम संबंध थे, और सौरभ उनकी राह में रोड़ा था। इसके अलावा, सौरभ की मर्चेंट नेवी की नौकरी से मिलने वाली आमदनी भी एक संभावित कारण हो सकती है, हालाँकि यह अभी जांच का विषय है।

खुलासे तक की प्रक्रिया

  • सौरभ का भाई राहुल 18 मार्च को घर आया और सौरभ के न मिलने पर शक हुआ। पुलिस ने मुस्कान और साहिल से पूछताछ की, जिन्होंने पहले बहाने बनाए, लेकिन बाद में सच कबूल कर लिया। ड्रम को ड्रिल मशीन से काटकर शव बरामद हुआ।

इस तरह यह हत्या सुनियोजित और क्रूर तरीके से की गई। पहले बेहोशी, फिर चाकू से हमला, और शव को टुकड़ों में काटकर छिपाने की प्रक्रिया ने इसे बेहद संगीन बना दिया।

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