
अमानीगंज अयोध्या। मिल्कीपुर क्षेत्र के अमानीगंज विकासखंड अंतर्गत मोहली ग्राम पंचायत स्थित प्रसिद्ध संत बाबा भीखादास तपोस्थली में धार्मिक विवाद गहराने लगा है। इस तपोस्थली के समीप स्थित मंदिर प्रांगण में ईसा मसीह की एक मूर्ति स्थापित हुई है। जिसको लेकर स्थानीय हिंदू समुदाय में भारी आक्रोश व्याप्त है।
स्थानीय लोगों ने लगाया हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ का आरोप
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह कदम हिंदू आस्था के साथ सीधा खिलवाड़ है, और उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने की कोशिश की जा रही है। लोगों का कहना है कि संत भीखादास की तपोस्थली हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक पवित्र स्थान है, और इस स्थान के समीप किसी अन्य धर्म की मूर्ति स्थापित करना आस्था का हनन है। इस मुद्दे को लेकर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई है, और वे इस पर तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन को इस मामले की सूचना दी गई है, और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को मौके पर भेजा गया है। हालांकि, अभी तक इस मामले में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। हिंदू संगठनों ने भी इस मुद्दे पर विरोध दर्ज कराने की तैयारी शुरू कर दी है।संत भीखा दास की तपोस्थली प्रांगण में हिन्दू धर्म से जुड़े 108 देवी देवताओं व महापुरुषों की मूर्तियां स्थापित कराई गई है। उसी स्थल पर ईसा मसीह की मूर्ति स्थापित की गई है। जिसपर ईशा मसीह भगवान लिखा गया है। यही विवाद का कारण बन हुआ है।
इस मामले में स्थानीय लोगों द्वारा उप जिलाधिकारी एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं जिलाधिकारी अयोध्या से शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की गई है।

