
आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय कैंपस में उप डाकघर के सामने वर्षों से इंडिया मार्का हैंडपंप खराब पड़ा है, जिसके कारण डाकख़ाने आने-जाने वाले लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। खासकर गर्मी के मौसम में, जब पानी की आवश्यकता सबसे अधिक होती है, इस खराब हैंडपंप ने स्थानीय लोगों और कैंपस में आने वाले आगंतुकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में इस तरह की लापरवाही ने कई सवाल खड़े किए हैं। उप डाकघर के आसपास पानी की कोई वैकल्पिक व्यवस्था न होने के कारण लोगों को प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं गया है।
इस संबंध में विश्वविद्यालय के इंजीनियर ओमप्रकाश से बात की गई, जिन्होंने बताया कि हैंडपंप पूरी तरह से खराब हो चुका है। उन्होंने कहा, “हैंडपंप की जाली कटी हुई है, पंप खराब है और पानी भी गंदा है।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि इस समस्या को संपत्ति विभाग को सूचित कर दिया जाएगा और अगले 15 दिनों में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित कर दी जाएगी। हालांकि, इंजीनियर के इस वादे का मतलब है कि उप डाकघर आने-जाने वाले लोगों को अभी कम से कम 15 दिनों तक इस असुविधा को झेलना पड़ेगा।
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस समस्या का तत्काल समाधान करे और वैकल्पिक रूप से पानी की व्यवस्था उपलब्ध कराए, ताकि गर्मी के इस मौसम में लोगों को राहत मिल सके।यह स्थिति न केवल विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि बुनियादी सुविधाओं के रखरखाव में कितनी लापरवाही बरती जा रही है। अब देखना यह है कि विश्वविद्यालय प्रशासन अपने वादे को कितनी जल्दी पूरा करता है और कैंपस में पानी की समस्या का समाधान कब तक हो पाता है।

