
प्रदेश सरकार ने कम छात्र-छात्राओं की संख्या को आधार बनाकर विद्यालयों के पेयरिंग मर्जर किए जाने का आदेश जारी कर दिया है। जिसको लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ में विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। शुक्रवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा सैंकड़ों की संख्या में कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी अयोध्या को मुख्यमंत्री को संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया।

ज्ञापन में लिखा है कि परिषदीय विद्यालयों में कम छात्र संख्या को आधार बनाकर पेयरिंग मर्जर किए जाने की कार्रवाई गतिमान कर दी गई है। जो की शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 एवं बाल अधिकार के सर्वथा विपरीत एवं विधि विरुद्ध है। शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 में प्रावधानित है कि प्रत्येक बच्चे के घर के एक किलोमीटर की परिधि व 300 की आबादी पर प्राथमिक विद्यालय और 3 किलोमीटर की परिध व 800 की आबादी पर उच्च प्राथमिक विद्यालय स्थापित किया जाए।

पेयरिंग मर्जर के कारण विद्यालय बच्चों के घर से दूर हो जाएंगे तब ना तो शिक्षक प्रत्येक मजरे में जा पाएंगे और ना ही बच्चे घर से विद्यालय में पढ़ने जा पाएंगे। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा शासनादेश को निरस्त कर विद्यालय के पेयरिंग मर्जर की करवाई तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की गई है।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष संजय सिंह, महामंत्री प्रेम कुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष, सचिन त्रिपाठी, प्रांतीय कोषाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, अमिताभ सिंह, अंजनी कुमार, जगदंबा प्रसाद वैश्य, प्रियव्रत सिंह उत्तम, अजय शुक्ला, निमेष पाण्डेय, अमित पाण्डेय, मनोज पाण्डेय, रामतीरथ, सत्यप्रकाश, संतराम, अमरनाथ, पीयूष, रीतू दुबे, साधना सिंह आदि शिक्षकगण मौजूद रहे।

