
अयोध्या कचहरी से एक ऐसी चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शनिवार को कचहरी परिसर के शेड नंबर पांच में रूटीन चेकिंग के दौरान पुलिस को एक लावारिस बैग मिला। बैग खोलकर जांच की गई तो उसमें से चार कारतूस और दो अवैध असलहे बरामद हुए। असलहा मिलने की खबर फैलते ही पूरे परिसर में हड़कंप मच गया। वकील, कर्मचारी और आम लोग दहशत में आ गए सबसे बड़ा सवाल यह है कि जहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और मेटल डिटेक्टर लगे हैं। वहां इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सुबह आठ से नौ बजे के बीच किसी अपराधी ने यह बैग शेड में रखकर मौके से फरार हो गया। जब बैग पर किसी की नजर पड़ी तो पुलिस को सूचना दी गई। तुरंत तलाशी के बाद हथियारों का जखीरा सामने आया। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि बैग रखने वाले आरोपी तक पहुंचा जा सके। यह घटना सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करती है, क्योंकि फैजाबाद कचहरी पहले भी आतंकी वारदात का शिकार हो चुकी है। याद दिला दें कि 22 सितंबर 2007 को यहां सीरियल ब्लास्ट हुआ था। इसके बाद पूरे परिसर में सुरक्षा को बेहद कड़ा कर दिया गया था। तब से मेटल डिटेक्टर और सुरक्षा जांच की व्यवस्था की गई थी। लेकिन अब हालत यह है कि मेटल डिटेक्टर शोपीस बनकर रह गए हैं और चेकिंग सिर्फ खानापूर्ति तक सिमट गई है।

घटना के बाद बार एसोसिएशन ने भी नाराजगी जताई है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सूर्य नारायण सिंह ने कहा कि यह गंभीर चूक है और इसकी शिकायत डीएम और जिला जज से की जाएगी। उन्होंने कहा कि जब रोजाना वकील और आम लोगों को कड़ी जांच से गुजरना पड़ता है तो ऐसे असलहे परिसर में कैसे पहुंच गए, यह समझ से परे है। एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी ने कहा कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपी की तलाश कर रही है और जल्द ही उसकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी। इस घटना ने न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोली है, बल्कि कचहरी में रोज आने-जाने वाले हजारों लोगों की सुरक्षा को लेकर भी गहरी चिंता खड़ी कर दी है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस लापरवाही के बाद क्या सख्त कदम उठाता है।


