
अयोध्या। पावन धाम अयोध्या ऋषियों मुनियो की तपस्थली के लिए जानी जाती रही है ।समय समय पर अनेकों साधु संतों ने अपने तप और सयम के प्रभाव से सम्पूर्ण विश्व को अपनी तरफ़ आकर्षित किया है ।इन्ही तपस्वियों के मध्य में एक परम साधक पूर्ण वैरागी तप ज्ञान के पुंज स्वरूप पूज्य महाराज श्री कौशल किशोर शरण फलाहारी जी महाराज का नाम आता है ।
साधक शिरोमणि वीतराग पूज्यपाद महाराज जी की साधना से प्रभावित होकर अनेकों अधिकारियों ने साधकों ने गृहस्थों ने संन्यासियों ने उन्हें अपना गुरु बनाया था जिसमे अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, हनुमत निवास महंत मिथिलेश नंदिनी शरण, राजगोपाल मंदिर महंत सीताराम शरण, राजगोपाल मंदिर अधिकारी सर्वेश्वर दास (शरद कुमार शुक्ल) प्रो भरत राय बी एच यू अयोध्या के प्रख्यात ज्योतिर्विद पंडित प्रवीण शर्मा आदि का नाम प्रमुख है ।
महाराज जी ने केवल शिष्य परम्परा को ही नहीं जीवित किया उन्होंने श्री राजगोपाल संस्कृत महाविद्यालय को योग्य शिक्षक प्रदान कराकर विद्यालय की गरिमा को सर्वोच्च शिखर पर पहुचा दिया जिसका परिणाम यह रहा कि इस विद्यालय के छात्र आज राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त कर रहे हैं ।महाराज जी के बाद आपके पद पर आरूढ़ हुए महंत श्री सीताराम शरण जी महाराज जिन्होंने महाराज जी के संकल्प को आगे बढ़ाते हुऐ श्री राज गोपाल संस्कृत महाविद्यालय को अनेकों अध्यापक तत्कालीन प्रबंधक- श्री महंत वीरेंद्र दास जी के कुशल प्रबंधकत्व में प्रदान किये जो आज कार्यभार ग्रहण कर अपने अपने उत्तर दायित्वों को पूर्ण करने का संकल्प लेकर महाराज जी का जो सपना था उसको पूर्ण आकार देने के लिये अपने अपने कार्य मे लग गए।

श्री राजगोपाल संस्कृत महाविद्यालय अयोध्या के प्राचार्य डॉ अशोक कुमार पाण्डेय ने पूछे जाने पर बताया कि नवनियुक्त सभी अध्यापक योग्य एवं अध्यापन शैली में पारंगत हैं आज बच्चों से परिचय के क्रम मे अध्यापकों ने अपने अध्यापन शैली और योग्यता के प्रभाव से सभी छात्रो का मन मोह लिया ।प्राचार्य डॉ अशोक जी ने नवनियुक्त सभी अध्यापकों को शुभकामनाएँ दी और पूज्य महाराज फलाहारी जी के द्वारा तप और त्याग से अनुपालित श्री राजगोपाल संस्कृत महाविद्यालय को आगे ले जाने के लिए महाराज जी के सिद्धांतो का स्मरण दिलाया ।
नियुक्त अध्यापक-1. श्रीनिवास शर्मा (व्याकरण विभागाध्यक्ष)2. निखिल पाण्डेय (व्याकरण स० विभागाध्यक्ष)3. कृष्ण कुमार त्रिपाठी (वेद सहायकाचार्य)4. अवधेश पाण्डेय (हिन्दी सहायकाचार्य )5. श्रीश मिश्र (वेदांत सहायकाचार्य)6. राम नारायण शुक्ल (व्याकरण शिक्षक) 7. श्री रंजीत कुमार (ज्योतिष सहायकाचार्य)8. श्री शुभम पाण्डेय (साहित्य सहायक विभागाध्यक्ष)9. आशुतोष कुमार (साहित्य शिक्षक)
